Friday, January 15, 2010

फ्यूजन कॉण्डम


भारतीय मूल के कारोबारी बंधुओं शंदीप और केतन शाह के शाकाहारी कॉण्डम ने ब्रिटेन के हेल्थ स्टोर्स में धूम मचा रखी है। इस फ्यूजन कॉण्डम में दूसरे कॉण्डम्स के मुकाबले दूध आधारित केसिन का उपयोग नहीं किया जाता और इसे ब्रिटेन की वेजन सोसाइटी में रजिस्टर्ड कराया गया है। फ्यूजन कॉण्डम्स के एमडी शंदीप शाह का दावा है कि ज्यादातर शाकाहारी लोगों को पता नहीं होगा कि कॉण्डम में दूध का अंश होता है। फ्यूजन कॉण्डम्स लोगों को सुरक्षित सेक्स के बारे में जागरुक करना चाहती है।




आंकडों की मानें तो किशोरवय में गर्भधारण की प्रवृत्ति एक बार फिर जोर पकड रही है। इसे काबू करने के लिए गर्भनिरोधकों को और आसानी से उपलब्ध कराने की मांग उठाई गई। गौरतलब है कि ब्रिटेन में करीब 30 लाख शाकाहारी और 180000 वेजंस रहते हैं। वेजंस वे लोग हैं जो खाने-पीने, पहनने अथवा किसी और काम के लिए जानवरों के शरीर से बनीं चीजें इस्तेमाल नहीं करते।

Monday, January 4, 2010

"माँ होती तो”....

न माँ से कुछ पूछते हुए न पापा को कुछ बताते हुए


कुछ ज़िन्दगी ऐसी भी न रोते हुए न मुस्कुराते हुए



जैसे मुक्कमल हसरतें दिल की सारी हो रही हो

ख्वाबों को हकीक़त में बदलने की तैयारी हो रही हो

माचिस के डिब्बों से एक छोटा सा घर बनाते हुए



मानो वो बचपन अपनी ही अदा भुला बैठा हो

महफूज़ सा कल भी कहीं खफा खफा बैठा हो

जूठे गिलास धोते हुए पुराने जूते चमकाते हुए



"माँ होती तो”.... उन्हें ये तस्सवुर ही नहीं है

पेट भी भरता होगा उनका ये ज़रूरी नहीं है

सिकुड़ कर के बदन को ठण्ड से वो बचाते हुए



बहुत होंगे पर कोई इतना बदनसीब क्या होगा

इन मासूमों से ज्यादा भी कोई गरीब क्या होगा

एक अदद गुब्बारे की ज़रूरत को भी छिपाते हुए